पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार रात आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई तोड़फोड़ के पीछे विपक्षी राजनीतिक दलों का हाथ होने का आरोप लगाया. ममता बनर्जी ने कहा कि वह छात्रों या डॉक्टरों को विरोध के लिए जिम्मेदार नहीं मानती हैं, बल्कि उन्होंने कुछ राजनीतिक दलों पर उपद्रव भड़काने का प्रयास करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. मुझे छात्रों या आंदोलनकारी डॉक्टरों के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है, लेकिन कुछ राजनीतिक दल उपद्रव भड़काने की कोशिश कर रहे हैं. अगर आप वीडियो देखेंगे तो आपको पता चल जाएगा कि क्या हुआ.
ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे जानकारी मिली है कि बाहरी लोगों ने कुछ राजनीतिक पार्टी जैसे लेफ्ट और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर ये किया है, इसमें छात्रों की कोई भूमिका नहीं है, मैं इस घटना की निंदा करती हूं और कल फांसी की सजा की मांग को लेकर रैली निकालूंगी.
मैंने कल घटना देखी. कभी-कभी समाज में ऐसी चीजें होती हैं, लेकिन हम उनका समर्थन नहीं कर सकते, यहां तक कि यूपी में भी एक घटना हुई, इससे पहले हमने उन्नाव और दूसरे राज्यों में भी ऐसी ही घटनाएं देखी हैं, यह अपराध सिर्फ फांसी की सजा का हकदार है, लेकिन मैं बता दूं कि निर्दोष को फांसी की सजा दी जाएगी.
कोलकाता पुलिस ने ये पोस्ट जारी की
वहीं, कोलकाता पुलिस ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक पोस्ट जारी की है. इसमें संदिग्धों की तस्वीरों को शेयर किया गया है. पुलिस ने फेसबुक पोस्ट के जरिए कहा है कि नीचे तस्वीरों में लाल घेरे में दिख रहे संदिग्ध वांटेड हैं. अगर किसी का चेहरा नीचे दी गई तस्वीर से मिलता है तो प्लीज हमें सीधे या अपने संबंधित पुलिस स्टेशन के माध्यम से सूचित करें.
TMC के पूर्व सांसद शांतनु सेन के खिलाफ नारेबाजी
बता दें कि कोलकाता पुलिस के फॉरेंसिक एक्सपर्ट कल देर रात हुए हंगामे की जांच के लिए आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पहुंच गए हैं. उधऱ, TMC के पूर्व राज्यसभा सांसद शांतनु सेन भी आरजी कर मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहां उनका विरोध किया गया है. वहां मौजूद लोगों ने टीएमसी नेता शांतनु सेन के खिलाफ ‘गो बैक’ के नारे लगाए.
आधी रात को हुई मेडिकल कॉलेज में तोड़फोड़
कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर से रेप के बाद हत्या किए जाने की घटना से लोगों में नाराजगी है. इसी बीच बुधवार की आधी रात कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ऐसी घटना हुई, जिसने डॉक्टर्स से लेकर मरीजों और आम लोगों तक की जिंदगी को खतरे में डाल दिया. प्रदर्शनकारियों के भेष में आए अराजक तत्व देर रात अस्पताल में घुस गए. एक घंटे तक अस्पताल में तांडव मचाया. पुलिस के बैरिकेड तोड़ दिए और कैंपस में तोड़फोड़ की और ड्यूटी स्टाफ से भी मारपीट की. अस्पताल के दरवाजे, खिड़कियां, बेड, मेडिकल उपकरण… जो भी सामने आया उसे बर्बाद करते चले गए.