कोलकाता में डॉक्टर से रेप-मर्डर केस के विरोध में देशभर में प्रदर्शन जारी है. इसी बीच रविवार को मामले की जांच कर रही सीबीआई ने आरोपी संजय रॉय का साइकोलॉजिकल टेस्ट किया. इस टेस्ट के लिए सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (CFSL) के एक्सपर्ट्स की एक टीम एक दिन पहले ही कोलकाता पहुंची थीं. इस टेस्ट के जरिए ये पता चल सकेगा कि इस जघन्य अपराध को लेकर आरोपी संजय की क्या मानसिकता थी. सीबीआई की टीम आरोपी की मानसिक स्थिति का पता लगाने की कोशिश करेगी.
पूर्व प्रिंसिपल से तीसरे दिन पूछताछ
वहीं, आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से रविवार को तीसरे दिन सीबीआई की टीम पूछताछ करेगी. बता दें कि शनिवार को सीबीआई ने इस सिलसिले में अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल से करीब 13 घंटे तक पूछताछ की थी. बीते दिनों देर रात भीड़ द्वारा अस्पताल पर किए गए हमले को देखते हुए पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आरजी कर अस्पताल के आसपास बीएनएस की धारा 163 लागू कर दी है.
जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल जारी
पूरे पश्चिम बंगाल में रविवार को भी लगातार दसवें दिन स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहीं. सरकारी अस्पतालों के जूनियर डॉक्टरों ने अपना कामकाज बंद रखा. जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि हम स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावित करने के पक्ष में नहीं हैं. हम मरीजों की समस्याओं को समझ सकते हैं लेकिन हमारा विरोध इस संदर्भ में बहुत प्रासंगिक है जब एक ऑन-ड्यूटी डॉक्टर के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. क्या हम काम पर आते समय यही उम्मीद करते हैं? जब तक हमारी बहन को न्याय नहीं मिल जाता और सरकार हमारे लिए पूर्ण सुरक्षा की व्यवस्था नहीं कर देती, तब तक हमारा विरोध जारी रहेगा.
टीएमसी सांसद के खिलाफ मामला दर्ज
उधर, पीड़िता की पहचान उजागर करने के आरोप में टीएमसी सांसद और बंगाली अभिनेत्री रचना बनर्जी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. बनर्जी ने हाल ही में सोशल मीडिया हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने पीड़िता के नाम का जिक्र किया था. हालांकि, टीएमसी सांसद ने इस वीडियो को डिलीट करते हुए माफी मांग ली है.
अस्पताल में तोड़फोड़ मामले में दो और गिरफ्तार
14 अगस्त की देर रात आरजी कर अस्पताल में हुई तोड़फोड़ मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अब तक इस मामले में कुल 32 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. बता दें कि 14 अगस्त की देर रात आरजी कर अस्पताल के बाहर भारी भीड़ इकट्ठा हुई थी. लोग जमकर नारेबाजी कर रहे थे. पुलिसकर्मी उन्हें समझा रहे थे. लेकिन अचानक भीड़ उग्र हो गई थी और अस्पताल में दाखिल हो गई थी. प्रदर्शनकारियों ने अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की थी और इमरजेंसी वार्ड को तहस-नहस कर दिया था.
उधर, कोलकाता पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में FIR दर्ज की है. इसमें एक मामला गलत जानकारी फैलाने के लिए है तो दूसरा पीड़िता की पहचान उजागर करने के लिए. इन दोनों मामलों में कोलकाता पुलिस ने दो डॉक्टर्स और बीजेपी नेता लॉकेट चटर्जी को पूछताछ का नोटिस भेजा है.
यह भी पढ़ें: कोलकाता कांड: खेल के मैदान तक विरोध प्रदर्शन की आंच, रद्द करना पड़ा फुटबॉल मैच
बता दें कि 8-9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के सेमिनार हॉल में एक महिला डॉक्टर के साथ हैवानियत हुई थी. सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात ग्रेजुएट रेजिडेंट डॉक्टर का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया गया. वह बेहोशी की हालत में सेमिनार हॉल में मिली था. उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. उसके शरीर पर कई चोटों के निशान थे.
क्या बोलीं ‘निर्भया’ की मां
निर्भया की मां आशा देवी का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें उन्होंने कहा, ‘घटना को बीते एक हफ्ते से ज्यादा हो गए हैं लेकिन अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि लड़की के साथ किसी एक शख्स ने मारपीट की है या उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है…एक डॉक्टर के साथ इतना घिनौना अपराध तब हुआ है जब वह अस्पताल में ड्यूटी पर थी. जब अस्पताल के अंदर डॉक्टर सुरक्षित नहीं हैं तो हम आम महिलाओं और लड़कियों के बारे में क्या सोच सकते हैं. सभी आरोपियों को तुरंत पकड़ा जाना चाहिए.उन्हें तुरंत सजा मिलनी चाहिए.’