‘मैं रैली में शामिल होने गया था. लेकिन जब भीड़ उग्र हो गई तो मैं भी इमोशन में बह गया और तोड़फोड़ करने लगा. ये सब मैंने किसी के उकसावे में नहीं किया. लेकिन अब समझ में आ रहा है कि मुझसे अपराध हुआ है. मेरे जानने वाले बहुत सारे लोग मेरे साथ थे.’ ये कुबूलनामा है एक जिम ट्रेनर का जो कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में हुई तोड़फोड़ में शामिल था. सौभिक दास नामक इस शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आजतक से खास बातचीत में सौभिक ने कई हैरान करने वाले खुलासे किए हैं.
मुझे किसी ने रॉड पकड़ाई और…
CCTV फुटेज में सौभिक के हाथ में स्टील की रॉड दिख रही है, जिससे वो तोड़फोड़ कर रहा है. आजतक ने जब इससे संबंधित सवाल पूछा तो उसने कहा, ‘मुझे किसी ने स्टील का रॉड पकड़ा दिया था. मैं इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए अकेला गया था.’ उससे जब सवाल पूछा गया कि क्या क्या सभी का टारगेट आरजी कर में तोड़फोड़ का था तो उसने कहा कि नहीं ऐसा नहीं था. मैं इस हमले में शामिल कई लोगों को चेहरे से पहचानता हूं. कई लोग आसपास ही रहते हैं. मेरे जिम में आते हैं.
अस्पताल में हुई थी तोड़फोड़
बता दें कि 14 अगस्त की देर रात आरजी कर अस्पताल के बाहर भारी भीड़ इकट्ठा हुई थी. लोग जमकर नारेबाजी कर रहे थे. पुलिसकर्मी उन्हें समझा रहे थे. लेकिन अचानक भीड़ उग्र हो गई थी और अस्पताल में दाखिल हो गई थी. प्रदर्शनकारियों ने अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की थी और इमरजेंसी वार्ड को तहस-नहस कर दिया था. पुलिस ने अब तक इस मामले में 32 लोगों को गिरफ्तार किया है.
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डॉक्टर के साथ अस्पताल में हुई थी हैवानियत
बता दें कि 8-9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के सेमिनार हॉल में एक महिला डॉक्टर के साथ हैवानियत हुई थी. वह बेहोशी की हालत में सेमिनार हॉल में मिली था. उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. उसके शरीर पर कई चोटों के निशान थे.इस मामले की जांच अब सीबीआई के हाथों में है. सीबीआई कई लोगों से पूछताछ कर रही है.