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Delhi Agra Accident; Fog Safety Driving Tips | Dos & Don’ts | जरूरत की खबर- धुंध-कोहरे में बढ़ते सड़क हादसे: ठंड में ड्राइविंग के दौरान बरतें 9 सावधानियां, लंबी ड्राइव से पहले चेक करें 8 चीजें

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3 मिनट पहलेलेखक: संदीप सिंह

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बीते बुधवार को दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे-91 पर 10 से ज्यादा वाहन आपस में टकरा गए। इस हादसे में करीब 30 लोग घायल हो गए। ये हादसा घने कोहरे और धुंध के कारण हुआ। ठंड के दिनों में आए दिन इस तरह के हादसे देखे जाते हैं।

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ‘रोड एक्सीडेंट इन इंडिया-2022’ रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2022 में धुंध और कोहरे के कारण 34,262 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं। इनमें 14,583 लोगों की मौत हुई, जबकि 30,796 लोग घायल हुए थे।

वहीं वर्ष 2021 में कोहरे और धुंध से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं की संख्या 28,934 थी। इनमें 13,372 लोगों की मौत हुई, जबकि 25,360 लोग घायल हुए थे।

हर साल सर्दियों में धुंध और कोहरे के कारण सड़क हादसों की संख्या बढ़ जाती है। ऐसे में वाहन चलाते समय बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है।

तो चलिए, आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि सर्दियों में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या क्यों बढ़ जाती है? साथ ही जानेंगे कि-

  • कोहरे में ड्राइविंग के दौरान किन बातों का ख्याल रखें?
  • कोहरे में वाहन चलाते समय कौन सी गलतियां न करें?

एक्सपर्ट: वीर बहादुर सिंह, यातायात प्रभारी, जालौन, उत्तर प्रदेश

सवाल- सर्दियों में सड़क दुर्घटनाएं क्यों बढ़ जाती हैं?

जवाब- सर्दियों में सड़क हादसे बढ़ने की एक बड़ी वजह धुंध और कोहरा है, जिसमें विजिबिलिटी बेहद कम होती है। इसके कारण ड्राइवर को आगे चल रहे वाहन कुछ मीटर के बाद नजर नहीं आते हैं, जो एक्सीडेंट की वजह बनते हैं।

खासकर उत्तर भारत के कुछ राज्यों में दिसंबर और जनवरी के महीने में घना कोहरा पड़ता है, जिसमें विजिबिलिटी जीरो तक पहुंच जाती है। ऐसे में आए दिन सड़क हादसों की खबरें सामने आती हैं। इसके अलावा कई अन्य कारण भी हैं। नीचे दिए ग्राफिक में इसे देखिए-

सवाल- कोहरे में ड्राइविंग से पहले किन बातों का ख्याल रखना चाहिए?

जवाब- कड़कड़ाती ठंड में कोई भी घर से बाहर नहीं निकलना चाहता है। हालांकि कुछ लोगों को ऑफिस जाने या अपने जरूरी कामों की वजह से हर रोज कई किलोमीटर ड्राइविंग करनी पड़ती है। ऐसे में घने कोहरे और फिसलन भरी सड़कों पर वाहन चलाना किसी चुनौती से कम नहीं है।

ठंड में हाथ-पैर सुन्न होने लगते हैं। साथ ही ठंडा मौसम आपकी कार को भी प्रभावित करता है। इसलिए अपनी गाड़ी को घर से बाहर निकालने से पहले कुछ चीजें चेक करना जरूरी है। इससे सड़क हादसों से काफी हद तक बचा जा सकता है। नीचे दिए ग्राफिक से इसे समझिए-

सवाल- कोहरे या धुंध में ड्राइविंग के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

जवाब- ड्राइविंग के लिए कोहरा सबसे चुनौतीपूर्ण मौसम होता है। इस मौसम में सड़क पर कुछ भी साफ दिखाई नहीं देता है। कई बार 1-2 मीटर के बाद सड़क पर कुछ भी दिखाई नहीं देता है। सड़क पर धुंध ही धुंध नजर आती है।

इसलिए इस मौसम में ड्राइविंग करते वक्त अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। खासकर जब आप किसी हाइवे, एक्सप्रेस–वे या सिग्नल फ्री रोड से गुजर रहे हैं। इसके लिए रोड सेफ्टी से जुड़े कुछ जरूरी टिप्स अपनाने चाहिए, जिससे सुरक्षित ड्राइव कर सकें और सड़क हादसों से बच सकें। इसे नीचे ग्राफिक से समझिए-

आइए, अब ग्राफिक में दिए कुछ पॉइंट्स को विस्तार से समझते हैं।

अपनी लेन में ही गाड़ी चलाएं

नेशनल हाईवे पर दो-पहिया, चार पहिया या बड़े वाहनों के अनुसार ड्राइविंग लेन निर्धारित होती हैं। कोहरे के समय विजिबिलिटी कम होने पर इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है। वाहनों के निर्धारित लेन में चलने से दुर्घटनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसलिए हमेशा अपनी ही लेन में गाड़ी चलाएं। इससे न सिर्फ आप सेफ ड्राइविंग कर सकते हैं, बल्कि अन्य वाहन चालकों की सुरक्षा भी सुनिश्चित कर सकते हैं।

कोहरे के समय हेडलाइट को लो-बीम पर रखें

कोहरे के समय गाड़ी की हेडलाइट लो-बीम पर रखनी चाहिए। लो-बीम हेडलाइट्स वाहन के सामने 50 से 75 मीटर के बीच रोशनी देने में मदद करती हैं। वहीं हाई-बीम पर लाइट फैल जाती है, जिससे कोहरे में सामने कुछ भी दिखाई नहीं देता है।

शीशों पर धुंध जमने से रोकने के लिए डिफॉगर ऑन रखें

सर्दियों में बाहर का तापमान और गाड़ी के अंदर का तापमान अलग-अलग होता है। इससे गाड़ी की विंड स्क्रीन पर धुंध जमने लगती है। इससे विजिबिलिटी कम हो जाती है। डिफॉगर शीशों पर धुंध जमने से रोकता है। इसलिए कोहरे में ड्राइविंग के दौरान डिफॉगर ऑन रखना चाहिए।

ओवरटेक करने की कोशिश न करें

कोहरे में जल्दबाजी दिखाना ठीक नहीं है। इसलिए अपनी लेन में ही चलें। दूसरे वाहनों को ओवरटेक करने की कोशिश न करें।

आगे चल रही गाड़ियों से पर्याप्त दूरी बनाएं

घने कोहरे के समय आगे चल रही गाड़ियों से सामान्य से ज्यादा दूरी बनाकर रखें, जिससे सामने चल रही गाड़ी के अचानक ब्रेक लगाने पर आपको संभलने का पर्याप्त मौका मिल सके। कई बार इसकी वजह से भी एक्सीडेंट हो जाते हैं।

सवाल- कोहरे के समय किस स्पीड में गाड़ी चलाना सही है?

जवाब- यातायात प्रभारी वीर बहादुर सिंह बताते हैं कि अधिक कोहरे के बीच गाड़ी 40 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से ज्यादा नहीं चलानी चाहिए।

सवाल- कोहरे में गाड़ी चलाते समय किस तरह की गलतियां नहीं करनी चाहिए?

जवाब- कोहरे में गाड़ी चलाते समय कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए। जैसेकि-

  • कोहरे में सड़क किनारे गाड़ी पार्किंग करने से बचें।
  • अगर कोई इमरजेंसी है तो पार्किंग और हेजार्ड लाइट जरूर ऑन करें।
  • किसी मोड़ पर मुड़ने से पहले 10 सेकेंड पहले इंडिकेटर ऑन कर दें।
  • गाड़ी की विंडशील्ड और खिड़कियां साफ रखें।

……………..

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