1 घंटे पहलेलेखक: शशांक शुक्ला
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दिवाली का त्योहार खुशियों और रोशनी का प्रतीक है। इस अवसर पर हम सबके साथ मिल-जुलकर खुशियां और प्यार बांटते हैं। हालांकि, इस दौरान सबसे वफादार और इंसानों के पक्के दोस्त माने जाने वाले पेट्स को भूल जाते हैं।
जबकि हमें यह समझने की जरूरत है कि दिवाली और न्यू ईयर जैसे त्योहारों पर उन्हें हमारी अधिक जरूरत होती है। इन त्योहारों पर पटाखों से होने वाला शोर हमारे प्यारे पालतू जानवरों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है।
इसकी एक वजह यह है कि हमारे पेट्स की सुनने की क्षमता हमसे कई गुना बेहतर होती है। इंसानों की तुलना मेें कुत्ते चार गुना और बिल्लियां हमसे तीन गुना बेहतर सुनती हैं। वहीं, अन्य कई पालतू जानवरों की भी सुनने की क्षमता हम इंसानों से बेहतर होती है। इसके साथ ही पेट्स काफी संवेदनशील भी होते हैं।
इन्हीं कारणों से पटाखों के शोर, रंग-बिरंगी लाइट्स और भीड़-भाड़ से वे परेशान हो जाते हैं। ऐसे में हमें अपने पेट्स को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें एक शांत जगह पर रखना चाहिए। दिवाली पर हम पेट्स को ऐसी जगह पर रख सकते हैं, जहां पटाखों का शोर उन तक न पहुंचे।
इसलिए आज हम रिलेशनशिप में बात करेंगे कि-
- पटाखों का शोर पेट्स को कैसे नुकसान पहुंचा सकता है?
- पेट्स को पालना शौक से ज्यादा जिम्मेदारी क्यों है?
- अपने पेट्स का ऐसे मौकों किस तरह ख्याल रखना चाहिए?
पेट्स को पटाखे के शोर से नुकसान क्यों?
पटाखों के शोर से पेट्स को नुकसान होने का मुख्य कारण उनकी सुनने की क्षमता है। पटाखों की तेज और अचानक आवाज उनके लिए अत्यधिक उत्तेजक होती है, जिससे वे घबराते हैं और तनाव महसूस करते हैं। पटाखों का शोर पेट्स के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
आइए ग्राफिक में दिए गए प्वांइट्स को विस्तारपूर्वक समझते हैं।
धीमी आवाज के प्रति कुत्ते अधिक संवेदनशील
धीमी आवाज को सुनने में कुत्ते अधिक संवेदनशील होते हैं। वे उन आवाजों को भी सुन सकते हैं, जो हम महसूस नहीं कर पाते हैं। इसी वजह से, कुत्तों की सुनने की क्षमता चार गुना अधिक मानी जाती है। अमेरिकन केनेल क्लब के मुताबिक, कुत्ते 47,000 से 65,000 हर्ट्ज तक सुन सकते हैं।
बिल्लियों में सुनने की क्षमता इंसानों से तीन गुना अधिक
वयस्क मनुष्य 20,000 हर्ट्ज से ऊपर की ध्वनि नहीं सुन सकता है। वहीं, हिडेन हियरिंग के मुताबिक बिल्लियां 64,000 हर्ट्ज तक की ध्वनि सुन सकती हैं। यानी बिल्लियां हम इंसानों से करीब तीन गुना बेहतर सुन सकती हैं।
पेट्स को लेकर जिम्मेदार बनें
पटाखों की तेज आवाज हमारे पालतू जानवरों के लिए काफी तनावपूर्ण हो सकती है। कई सारे लोग शौक के तौर पर पेट्स घर लाते हैं। लेकिन जब उनकी देखभाल करने की बात आती है, तो अपनी जिम्मेदारियों से मुकर जाते हैं। जबकि पेट्स काफी इमोशनल और संवेदनशील होते हैं। ऐसे में पेट्स पालना शौक से अधिक जिम्मेदारी वाला काम है।
पेट्स की बॉडी लैंग्वेज को समझें
पेट्स की बॉडी लैंग्वेज को समझ, शोर-शराबे के दौरान आप उनके तनाव के संकेतों को पहचान सकते हैं। अगर आपका पालतू जानवर हांफ रहा है, कान पीछे कर रहा है या किसी कोने में छिपने की कोशिश कर रहा है तो यह संकेत है कि वह शोर से डरा हुआ है। ऐसे में उसे तुरंत शांत जगह पर ले जाएं और उसके साथ प्यार से बात करें।
एंग्जाइटी से बचाव के लिए पशु चिकित्सक की सलाह लें
अगर पेट्स दिवाली के दौरान एंग्जाइटी और तनाव में रहते हैं, तो पशु चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए। कई एंग्जाइटी रिलीफ प्रोडक्ट्स जैसेकि फॉर्मूलेटेड ट्रीट्स, स्प्रे और कैप्सूल्स बाजार में उपलब्ध हैं। हालांकि, इनका इस्तेमाल पशु चिकित्सक से सलाह लेने के बाद ही करें।
पेट्स को दोस्तों से मिलवाने के टिप्स
दिवाली का समय आपके परिवार और दोस्तों के साथ बिताने का होता है, लेकिन इस दौरान अपने पालतू जानवरों को नए लोगों से मिलवाने में भी सावधानी बरतनी चाहिए। कई बार नए लोगों की भीड़ और शोर-शराबा पेट्स के लिए तनावपूर्ण हो सकता है। ऐसे में आप उन्हें धीरे-धीरे नए लोगों से मिलवाएं। जब कोई मेहमान आए तो पेट्स को उनकी पसंदीदा ट्रीट दें ताकि वे नए लोगों से मिलने के अनुभव को सकारात्मक रूप में लें।
आग और सजावट से बचाव के उपाय
दिवाली पर घर की सजावट और दीयों का होना सामान्य बात है, लेकिन यह आपके पालतू जानवरों के लिए खतरा पैदा कर सकता है। दीयों, मोमबत्तियों और लाइटिंग को हमेशा ऐसे स्थान पर रखें, जो पेट्स की पहुंच से दूर हों। घर में इलेक्ट्रिक लाइटिंग है तो सुनिश्चित करें कि उनके तार सुरक्षित हों। पेट्स फ्रेंडली डेकोरेशन करें, जो उन्हें किसी भी प्रकार की चोट या परेशानी से बचा सके।
दिवाली पर पेट्स का इस तरह रखें ख्याल
दिवाली के त्योहार पर घर में काफी चहल-पहल होती है। कई बार ऐसे माहौल में हमारे पालतू जानवर डर जाते हैं। ऐसे में हम अपने पेट्स का कुछ इस तरह ख्याल रख सकते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, पालतू जानवरों को सुरक्षित रखने का सबसे अच्छा तरीका उन्हें एक शांत जगह पर रखना है। इसलिए उनके लिए ऐसी जगह का चुनाव करें, जहां बाहर के शोर का प्रभाव कम से कम हो। घर के एक कोने में उनके लिए आरामदायक बिस्तर और उनकी पसंदीदा चीजें रखें, ताकि वे सुरक्षित और शांत महसूस करें।
इसके अलावा, उनकी सुनने की क्षमता को कम करने के लिए कानों में कॉटन का इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित करें कि इसे सही तरीके से किया जाए ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो।
पेट्स के लिए बनाएं साउंडप्रूफ घर
पेट्स को दिवाली के शोर से सुरक्षित रखने के लिए एक साउंडप्रूफ रूम बना सकते हैं। इसके लिए घर के शांत हिस्से का चुनाव कर सकते हैं। वहां भारी पर्दे या गद्देदार सामग्री लगाकर शोर कम कर सकते हैं। दरवाजे और खिड़कियों पर साउंडप्रूफ स्ट्रिप्स लगा सकते हैं। साथ ही पेट्स का ध्यान बांटने के लिए पसंदीदा खिलौने और कंबल रखना चाहिए।
एंग्जायटी से बचाने के लिए पेट रिलैक्सिंग प्लेलिस्ट बनाएं
शोर-शराबे के बीच पेट्स को शांत रखने के लिए रिलैक्सिंग प्लेलिस्ट बना सकते हैं। कुछ म्यूजिक और साउंड थेरेपी, खासकर धीमी बीट्स और मेलोडी वाले संगीत, पेट्स में तनाव कम करने में काफी असरदार होते हैं। ऐसे कई ऑनलाइन प्लेलिस्ट और ऐप्स उपलब्ध हैं।
पेट्स के लिए बनाएं DIY कैनाइन कंफर्ट किट
पेट्स के लिए एक DIY कैनाइन कंफर्ट किट बना सकते हैं। इससे उन्हें शोर-शराबे के बीच आरामदायक महसूस कराया जा सकता है। इस किट में उनके पसंदीदा खिलौने, कंबल, पानी का बाउल और कुछ ट्रीट्स शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा, आप उनके लिए कोई नया खिलौना जोड़ सकते हैं, जिससे उनका ध्यान बंटा रहे। इस किट को उस कमरे में रखें, जहां आपका पालतू जानवर दिवाली के शोर से दूर रहे।
पेट्स तनाव दूर करने के लिए हर्बल ट्रीट्स
दिवाली के शोर-शराबे के बीच पेट्स को खुश और स्वस्थ रखने के लिए हर्बल ट्रीट्स का उपयोग कर सकते हैं। पेट्स के लिए कैमोमाइल, तुलसी और अदरक से बनें ट्रीट्स दे सकते हैं, यह उन्हें शांत और रिलैक्स महसूस कराएगा।