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- Fake Garlic Scam; Vegetables Adulteration Detection (Nakli Sabji Kaise Pahchane)
1 घंटे पहलेलेखक: संदीप सिंह
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पिछले दिनों महाराष्ट्र के अकोला जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। यह वीडियो था सीमेंट से बने लहसुन का ।
दरअसल अकोला के बाजोरिया नगर की एक महिला ने फेरीवाले से लहसुन खरीदा था। जब महिला ने घर लाकर लहसुन छीलने की कोशिश की तो देखा कि उसमें कली ही नहीं निकल रही थी। इसके बाद लहसुन को चाकू से काटने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं कटा। जब इसकी बारीकी से जांच की तो पता चला कि लहसुन के अंदर सीमेंट का गोला है। असली जैसा दिखाने के लिए सीमेंट के गोले में लहसुन की कलियां चिपकाकर उस पर पेंट किया गया था। बाहर से दिखने में वह बिलकुल असली लहसुन जैसा ही दिख रहा था।
खाने-पीने की चीजों में मिलावट की खबरें कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी हरी सब्जियों-फलों में सिंथेटिक रंग मिलाने के मामले सामने आए हैं।
इसलिए आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि फल-सब्जियां खरीदने से पहले किन बातों का ध्यान रखें? साथ ही जानेंगे कि-
- असली लहसुन की पहचान कैसे करें?
- हरी सब्जियों में मिलावट कैसे चेक करें?
एक्सपर्ट: डॉ. हरि प्रसाद यादव, गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट, मेदांता हॉस्पिटल (इंदौर)
सवाल- असली और नकली लहसुन की पहचान कैसे कर सकते हैं?
जवाब- असली लहसुन में अनियमित आकार की कलियां होती हैं, जिसकी बाहरी सतह कागज की तरह पतली होती है, जो आसानी से छिल जाती है।
जबकि नकली लहसुन में एक समान और अत्यधिक चिकनी कलियां होती हैं। इन्हें छीलना बेहद कठिन होता है। इसके अलावा असली लहसुन की गंध तेज होती है, जबकि नकली लहसुन में गंध ही नहीं होती है।
सवाल- हरी सब्जियों और फलों में किस तरह की मिलावट की जाती है?
जवाब- हरी सब्जियों और फलों में मिलावट का यह मतलब नहीं है कि यह प्लास्टिक की या किसी लैब में बनी होती हैं।
मिलावट का अर्थ है उसे समय से पहले पकाने और अत्यधिक चमकीला बनाने के लिए मिलाए जाने वाले रंग।
फलों व सब्जियों में की जाने वाली आम मिलावट की चीजें इस प्रकार हैं।
कीटनाशक: लौकी, खीरा, कद्दू जैसी सब्जियों को जल्दी बढ़ाने के लिए उसमें प्रतिबंधित ऑक्सिटोसिन इंजेक्शन लगाया जाता है, जिससे वह जल्दी बढ़ सकें। इसके अलावा कीटनाशक दवाओं का छिड़काव भी सब्जी के पोषक तत्वों को खत्म कर सकता है।
सिंथेटिक रंग: सब्जियों और फलों को चमकाने के लिए सिंथेटिक रंग का इस्तेमाल किया जाता है। एक्सपर्ट बताते हैं कि फलों व सब्जियों में सबसे ज्यादा लाल और हरे रंग की मिलावट की जाती है। हरे रंग के लिए ऑरामीन केमिकल (Oramin Chemical) और लाल रंग के लिए रोडामाईन बी (Rhodamine B) केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है।
इन केमिकल वाले रंगों से फल और सब्जी बिल्कुल फ्रेश नजर आते हैं।
मैलाकाइट हरा: सब्जियों को हरा और चमकदार दिखाने के लिए उन पर मैलाकाइट रंग का छिड़काव किया जा सकता है। इसके अलावा हरी पत्तियों को मैलाकाइट के हरे घोल में भिगोकर सुखाया जाता है। इसके इस्तेमाल से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
सवाल- मिलावट वाले फल या सब्जी खाने से किस तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं?
जवाब- गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. हरि प्रसाद यादव बताते हैं कि सब्जियों और फलों को जल्दी पकाने के लिए कुछ लोग कैल्शियम कार्बाइड का इस्तेमाल करते हैं, जो कैंसर, न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर और पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है।
नीचे दिए ग्राफिक से समझिए कि मिलावटी फल व सब्जियां खाने से किस तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं।

सवाल- फल या हरी सब्जियों में मिलावट है या नहीं, यह कैसे पता कर सकते हैं?
जवाब- फूड सेफ्टी और स्टैंडर्ड एथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने
फल व सब्जियों में रंगों की मिलावट का पता लगाने के लिए चार तरीके बताए गए हैं।
नीचे दिए ग्राफिक में इन्हें देख सकते हैं।

सवाल- मिलावटी फलों व सब्जियों से बचने के लिए खरीदरी के समय किस तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए?
जवाब- जैसाकि हम जानते हैं कि मुनाफा कमाने के लिए मिलावटखोर फलों व सब्जियों में घटिया केमिकल का इस्तेमाल करते हैं, जिससे गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए सब्जियों और फलों की खरीदारी के समय की इसकी पहचान करना जरूरी है। इसके लिए इन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
चमकीले रंग से सतर्क रहें
फलों को सब्जियों पर सबसे ज्यादा खतरा सिंथेटिक रंग का होता है। इसलिए खरीदारी के समय अत्यधिक चमकीले फलों व सब्जियों की अच्छे से जांच करनी चाहिए। खासकर टमाटर, बैंगन, भिंडी, लौकी, खीरा, हरी सब्जियां और सेब, लीची, पपीता जैसे फलों को खरीदते समय अधिक सतर्कता बरतनी चाहिए।
आकार या साइज देखें
मिलावटी फल व सब्जी आकार और साइज में एक समान हो सकते हैं। हमेशा ध्यान रखें कि नेचुरल फल व सब्जियों की बनावट एक समान नहीं होती है।
अत्यधिक बड़े साइज के फलों या सब्जियों (बैंगन, आलू, कद्दू) को खरीदने से बचना चाहिए क्योंकि इनके आकार को जरूरत से ज्यादा बढ़ाने के लिए इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जा सकता है।
गंध से पहचानें
आमतौर पर ताजे फल और सब्जियों में नेचुरल सुगंध होती है। अगर किसी फल और सब्जी में से अत्यधिक गंध आती है तो यह मिलावटी हो सकती है।
स्वाद से पहचान करें
किसी भी फल या सब्जी को थोड़ा का चखने से स्वाद का पता चल सकता है। फल या सब्जी का अत्यधिक मीठा या कड़वा स्वाद होना भी केमिकल का संकेत हो सकता है।
फ्लोटिंग टेस्ट
सेब जैसे कुछ फलों को पानी में रखें। अगर वे तैरते हैं तो उन पर मोम या केमिकल का लेप लगाया हुआ हो सकता है।
सवाल- अदरक में किस तरह की मिलावट की जाती है?
जवाब- पहाड़ी क्षेत्रों में पाए जाने वाले तहड़ के पेड़ की जड़ अदरक जैसी होती है। मिलावटखोर इसे सुखाकर बाजारों में सप्लाई करते हैं।
इसलिए अदरक खरीदने से पहले ध्यान रखें कि अदरक के बाहर का छिलका पतला होना चाहिए, जो आसानी से उतर जाए। इसके साथ ही बहुत ज्यादा साफ और चमकदार अदरक खरीदने से बचना चाहिए। कई बार विक्रेता अदरक को डिटर्जेंट और एसिड से धोकर केमिकल से चमका देते हैं।