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Honey Health Benefits and Side Effects Explained | Shed Pine Ke Fayde | सेहतनामा- भोजन, भजन और चिकित्सा तीनों से शहद का रिश्ता: घाव, मुंहासे से दिल-दिमाग तक, सबके लिए लाभकारी, 10 बड़े फायदे

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3 मिनट पहलेलेखक: गौरव तिवारी

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शहद का इतिहास दुनिया की सभी प्राचीन सभ्यताओं से जुड़ा हुआ है। कुछ जगहों पर यह भोजन का मुख्य हिस्सा बना तो कहीं इसका औषधीय इस्तेमाल किया गया। मिस्र में इसे घाव भरने और शवों को परिरक्षित करने के लिए प्रयोग किया गया। चीन में शरीर की ऊर्जा के संतुलन और हॉर्मोनल बैलेंसिंग के लिए इसे प्रयोग में लाया गया। भारत में यह भोजन का हिस्सा तो बना ही, साथ ही इसके औषधीय, आध्यात्मिक और व्यावसायिक प्रयोग भी हुए। औद्योगिक क्रांति आने के बाद से बहुत से स्वीटनर्स आए और शहद कहीं पीछे छूट गया।

पारंपरिक स्वीटनर शहद बड़े काम की चीज है। यह कई पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। इसमें जीवाणुरोधी गुण होते हैं और बैलेंस्ड डाइट का हिस्सा बनाया जाए तो यह डायबिटीज मैनेजमेंट में भी अहम भूमिका निभा सकता है। यह हमारे दिल की सेहत के लिए भी बहुत लाभकारी है।

शहद को इतना मीठा इसका केमिकल मेकअप बनाता है। इसमें दो सिंपल शुगर ग्लूकोज और फ्रुक्टोज होते हैं। इसके अलाव कई मिनरल्स भी होते हैं। ये मिनरल्स ही इसे इतना लाभकारी बनाते हैं।

आज ‘सेहतनामा’ में बात करेंगे शहद की। साथ ही जानेंगे कि-

  • यह इतना फायदेमंद क्यों होता है?
  • शहद के औषधीय फायदे क्या हैं?
  • शहद खाने के क्या साइड इफेक्ट हैं?

शहद बनने की प्रक्रिया में छिपे हैं इसके लाभ

यह प्रक्रिया पूरी तरह प्राकृतिक होती है। मधुमक्खियां हर तरह के फूलों से रस लेकर इसे तैयार करती हैं, इसलिए इसमें कई मिनरल्स भी होते हैं।

मधुमक्खियों द्वारा तैयार किया गया शहद शुरू में कुछ पतला होता है। यह भंडारण इकाइयों से बह सकता है, इसलिए इसको गाढ़ा करने के लिए मधुमक्खियां अपने पंखों से हवा करके इसे सुखाती हैं। इस प्रक्रिया से शहद चिपचिपा और गाढ़ा हो जाता है।

शहद की न्यूट्रिशनल वैल्यू क्या होती है

शहद मुख्य रूप से शुगर होता है। इसमें थोड़ी-थोड़ी मात्रा में कई विटामिन और मिनरल्स भी होते हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए यह पौधों के कई यौगिकों से भी भरपूर होता है।

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  • शहद मूलतः शुद्ध चीनी है, जिसमें फैट नहीं होता है और बहुत थोड़ी मात्रा में प्रोटीन और फाइबर मौजूद होता है। इसमें कई पोषक तत्व और मिनरल्स बहुत थोड़ी मात्रा में यानी ट्रैश एमाउंट में मौजूद होते होते हैं।
  • यह ध्यान देने वाली बात है कि शहद स्वास्थ्य को बेहतर करने वाले पौधों के पॉवरफुल कंपाउंड्स से समृद्ध है, जिन्हें पॉलीफेनल्स कहा जाता है।

शहद खाने के क्या फायदे हैं

शहद एक तरह का शुगर है। इसलिए इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। हालांकि रेगुलर शुगर के विपरीत इसके सेवन से अद्वितीय स्वास्थ्य लाभ देखने को मिलते हैं। आइए ग्रफिक में देखते हैं कि इसके सेवन से क्या लाभ होते हैं।

ग्राफिक में दिए पॉइंट्स से जुड़ी कुछ स्टडीज देखते हैं।

एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है शहद

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में साल 2018 में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, शहद में कई महत्वपूर्ण बायोएक्टिव पौधों के कंपाउंड्स और एंटीऑक्सिडेंट एसिड होते हैं, जैसे फ्लेवोनोइड और फेनोलिक। गहरे रंग के शहद में हल्के रंग वाले शहद की तुलना में अधिक एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं।

एंटीऑक्सिडेंट हमारे शरीर में रिएक्टिव ऑक्सीजन स्पिसीज को बेअसर करने में मदद करते हैं। अगर ये ऑक्सीजन स्पिसीज कोशिकाओं में जमा हो जाएं तो गंभीर क्षति का कारण बन सकते हैं। इसके कारण इंसान समय से पहले बूढ़ा हो सकता है, टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम बढ़ सकता है। इसके अलावा हार्ट डिजीज कंडीशंस बढ़ सकती हैं।

ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है

ब्लड शुगर मैनेजमेंट में शहद का सेवन लाभकारी साबित होता है। शहद से रेगुलर शुगर की तुलना में कई लाभ हो सकते है।

यह सच है कि शहद अन्य शुगर की तरह ही हमारे ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा सकता है, लेकिन इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स हमें मेटाबॉलिक सिंड्रोम और टाइप 2 डायबिटीज से बचाने में मदद भी करते हैं।

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, शहद के सेवन से एडिपोनेक्टिन लेवल बढ़ सकता है। यह एक हॉर्मोन है, जो इंफ्लेमेशन को कम करता है और ब्लड शुगर लेवल में सुधार करता है। हालांकि इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।

हार्ट हेल्थ के लिए अच्छा है शहद का सेवन

शहद के सेवन से हार्ट डिजीज रोकने में मदद मिलती है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में साल 2020 में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, शहद ब्लड प्रेशर कम करने और ब्लड में फैट के लेवल में सुधार करने में मदद करता है। इसके अलावा हमारे दिल की धड़कन को कंट्रोल करने और स्वस्थ कोशिकाओं की मृत्यु को रोकने में भी मददगार है। ये सभी कारक हमारे दिल के कामकाज और उसके स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं।

शहद में आमतौर पर प्रोपोलिस नाम का तत्व होता है, जो कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के लेवल में सुधार कर सकता है। इससे दिल की बीमारियों का खतरा टलता है।

घाव और जलन रोकने में प्रभावी है

घाव और जलन को ठीक करने के लिए सामयिक शहद उपचार के उपयोग की ऐतिहासिक मिसाल है। यह प्रथा आज तक कायम है।

नेशनल लाइब्रेरी में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, घावों को भरने और जलन कम करने में शहद सबसे प्रभावी प्राकृतिक उपचार है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, शहद के जीवाणुरोधी और सूजन-रोधी गुण ही इसे चिकित्सकीय रूप से इतना प्रभावी बनाते हैं।

खांसी और गले की खराश में काम आता है

सर्दी जुकाम की समस्या होने पर दादी-नानी ने कभी-न-कभी कालीमिर्च, लौंग या सोंठ का पाउडर शहद के साथ खिलाया होगा। इसकी एक वजह तो ये है कि ये अपनी मिठास से दूसरी चीजों के तीखेपन को कम करता है। दूसरा यह खांसी और खराश में स्वयं भी प्रभावी होता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स दोनों प्राकृतिक खांसी के इलाज के रूप में शहद के सेवन का समर्थन करते हैं।

हालांकि 1 वर्ष से कम उम्र के बच्चे को कभी भी शहद न दें क्योंकि इससे शिशु को बोटुलिज्म का जोखिम हो सकता है। इसके अलावा शहद में कई छोटे हानिकारक कण हो सकते हैं और बैक्टीरिया भी हो सकते हैं। शिशुओं का इम्यून सिस्टम कई बार उनका सामना करने के लिए मजबूत नहीं होता है। इसलिए बच्चों के डॉक्टर की सलाह लें।

मुंहासे के इलाज में है प्रभावी

शहद जितना प्रभावी घावों के इलाज में होता है, उतना ही मुंहासों से छुटकारा पाने में भी मदद करता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह एंटी-इंफ्लेमेटरी और जीवाणुरोधी गुणों के साथ-साथ सुपर-हाइड्रेटिंग भी होता है।

शहद में कैटालेज नामक एक एंजाइम होता है, जो मामूली सूजन से राहत दिलाने में मदद करता है। बैक्टीरिया से लड़ने और सूजन को कम करने में मदद के लिए शहद को मुंहासों के दानों पर थोड़ी मात्रा में लगा सकते हैं।

शहद के साइड इफेक्ट क्या हैं

  • आमतौर पर शहद का सेवन सेफ माना जाता है। हालांकि शिशुओं के मामले में इसका इस्तेमाल करने से बचना चाहिए क्योंकि उन्हें बोटुलिज्म का जोखिम होता है।
  • जिन लोगों को एलर्जी की समस्या है, उन्हें भी शहद के सेवन से बचना चाहिए। इससे गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है।
  • इसके अलावा बाजार में कई तरह के शुगर सिरप मिले फेक शहद बिक रहे हें, उनके सेवन से फायदों की जगह कई नुकसान हो सकते हैं। इसलिए शहद खरीदने में और उसके सेवन में बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। ग्राफिक- अंकुश बंसल

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