Clinically Bharat

We Can Cover You

Women

Important news- want to sell the house at a good price | जरूरत की खबर- अच्छे दाम में बेचना चाहते हैं घर: कीमत तय करने से पहले मार्केट रिसर्च जरूरी, बेचने से पहले की तैयारी, 7 जरूरी टिप्स

Email :113

5 मिनट पहलेलेखक: शैली आचार्य

  • कॉपी लिंक

आज जितना मुश्किल घर खरीदना है, उतना ही मुश्किल पुराना घर बेचना भी है। हर कोई चाहता है अपने घर को अच्छे दामों में बेचना। घर के वाजिब और अच्छे दाम मिलना पहाड़ तोड़ने से कम नहीं है। पहले विज्ञापन निकालो, फिर सही रियल एस्टेट साइट चुनकर घर का फोटो-वीडियो डालो, फिर खरीदार ढूंढो, घर दिखाओ। खासी मेहनत के बाद कहीं जाकर एक अच्छा खरीदार मिल पाता है।

फिर भी कई बार हम अच्छी डील कर पाने में असफल रहते हैं। कभी डील होने में बहुत लंबा समय लग जाता है। तो कभी किसी को मजबूरी में अपना घर कम रेट में बेचना पड़ता है। इसका कारण है सही प्लानिंग, रिसर्च और तैयारी का अभाव। बिना अनुभव के ये टास्क और भी चैलेंजिंग हो सकता है।

तो अगर आप पहली बार अपना घर बेचने जा रहे हैं तो यह आर्टिकल ध्यान से पढ़ें। आज ‘जरूरत की खबर’ में हम बात करेंगे कि घर बेचने से पहले किन बातों को जानना-समझना जरूरी है। साथ ही जानेंगे कि-

  • घर बेचने के लिए कैसे करें सही प्लानिंग
  • कैसे ढूंढे बेहतर ब्रोकर या एजेंट

एक्सपर्ट- आयुष दुबे, ब्रोकर एसोसिएट, भोपाल

सवाल- घर बेचने की सही प्लानिंग कैसे करें?

जवाब- घर बेचना एक लंबा और थकाऊ काम है। इसके लिए अच्छी प्लानिंग की जरूरत होती है। इंटेलीजेंट प्लानिंग करते हुए कुछ अहम पहलुओं पर गौर करना जरूरी होता है। नीचे दिए ग्राफिक से समझिए कि घर बेचने की प्लानिंग कैसे करें।

सवाल- मार्केट रेट के मुताबिक घर की सही कीमत कैसे तय करें?

जवाब- जब भी कोई घर बेचने जाता है तो उसे अपनी प्रॉपर्टी सस्ती ही बिकती नजर आती है। यानी वो तय दाम से ज्यादा की ही उम्मीद करता है। इसलिए सबसे पहले मकान की सही सेलिंग प्राइज निर्धारित कर लें।

ब्रोकर एसोसिएट आयुष दुबे बताते हैं कि घर बेचने के लिए मार्केट रेट की जानकारी होना भी जरूरी है। कीमत मार्केट रेट से न ज्यादा होनी चाहिए, न ही कम। मार्केट रेट पता करने के दो तरीके हैं- हाउसिंग वेबसाइट्स और आसपास के एरिया के रियल एस्टेट एजेंट्स के द्वारा।

इन बिंदुओं पर गौर करें-

  • ऑनलाइन रिसर्च- ऑनलाइन चेक करें कि वर्तमान में मकानों की कीमत क्या चल रही है। इंटरनेट पर कई हाउसिंग वेबसाइट पर यह जानकारी रहती है। इससे आपको शुरुआती कीमत तय करने में मदद मिलेगी।
  • प्रति वर्ग फुट कीमत- हाउसिंग वेबसाइट्स और रियल एस्टेट एजेंट प्रति वर्ग फुट कीमत के आधार पर फ्लैट्स और अपार्टमेंट्स की कीमत का आंकलन खुद करते हैं। अगर आपके पास इंडिपेंडेंट मकान है तो उसके वर्गफुट एरिया का कैलकुलेशन कर लें।
  • रियल एस्टेट एजेंट- वेबसाइट चेक करने के अलावा रियल एस्टेट एजेंट से बात करें। उनसे आपको सही मार्केट रेट पता चल सकता है।
  • प्रॉपर्टी का रेट- ये सारी चीजें पता करने के बाद आप अपनी प्रॉपर्टी का रेट तय करें। अगर आप रेट मार्केट वैल्यू से ज्यादा रख रहे हैं तो आपके पास उसके लिए वाजिब तर्क होना चाहिए। जैसेकि-
  • आपकी प्रॉपर्टी की लोकेशन यूनीक है।
  • आपने उसमें फर्नीचर, कैबिनेट्स, कबर्ड्स, लाइटिंग वगैरह का काम करवाया है।
  • घर में किए गए हर एक्स्ट्रा इंवेस्टमेंट का आपके पास प्रॉपर प्रूफ होना चाहिए।
  • घर बेचते हुए कोई बात सिर्फ हवा-हवाई या मुंहजबानी न हो। अगर आपके घर में सागौन की लकड़ी लगी है तो आपके पास उसका प्रूफ और खर्चों की रसीद हो।

सवाल- सही ब्रोकर या रियल एस्टेट एजेंट का चुनाव कैसे करें?

जवाब– सही रियल एस्टेट एजेंट या ब्रोकर ढूंढना भी एक बड़ा टास्क है। इसलिए फ्रॉड से बचने और बेहतर डील पाने के लिए इन बातों पर गौर करें-

  • रियल एस्टेट एजेंट के बारे में रिसर्च करें- समाचार पत्रों में संपत्तियों की बिक्री के लिए दिए गए विज्ञापन से आपको एरिया के रियल एस्टेट एजेंट और ब्रोकर के नंबर मिल जाएंगे। जान-पहचान के लोगों से उनके बारे में इंक्वायरी करें।
  • ट्रैक रिकॉर्ड- रियल एस्टेट एजेंट्स के बारे में जानने के लिए दोस्तों या परिचितों से भी सलाह ले सकते हैं। उन लोगों के अनुभव जानें, जिन्होंने हाल-फिलहाल में अपनी प्रॉपर्टी बेची या खरीदी है।
  • क्रेडेंशियल्स वेरिफाई करें- जब भी किसी हाउसिंग एजेंट से बात करने जा रहे हों तो उसका ऑनलाइन रिव्यू देखें। उसके क्रेडेंशियल्स का पता लगाएं। नजदीकी पुलिस स्टेशन में भी उस व्यक्ति का रिकॉर्ड चेक कर सकते हैं। फ्रॉड से बचने के लिए यह सावधानियां बहुत जरूरी हैं।

सवाल- संभावित खरीदारों को दिखाने से पहले घर को कैसे तैयार करें?

जवाब- घर बेचने से पहले घर की कंडीशन सही होना बहुत जरूरी है। घर कितना भी अच्छा और कीमती क्यों न हो, अगर वह पहली नजर में देखने में गंदा और खराब लग रहा है तो उसकी मार्केट वैल्यू अपने आप डाउन हो जाएगी।

याद रहे, पहला इंप्रेशन बहुत जरूरी है। पैकेजिंग अच्छी हो तो खराब प्रोडक्ट भी आसानी से बिक जाता है और खराब पैकेजिंग के साथ अच्छे प्रोडक्ट की वैल्यू भी कम हो जाती है।

घर बेचने की शुरुआत करने से पहले करें ये काम

  • घर में जहां कहीं भी टूट-फूट हुई हो, उसकी मरम्मत करवा लें।
  • घर को पेंट करवाएं। खिड़की, दरवाजे, दीवारें सब नए लगने चाहिए।
  • कोशिश करें कि जिस घर को बेचना है, वह खाली हो। इससे इंप्रेशन अच्छा पड़ता है। लेकिन अगर आप उस घर में रह रहे हैं तो एक्स्ट्रा पुराने फर्नीचर जरूर हटा दें ताकि घर भरा-भरा और पुराना सा न लगे।
  • घर की सबसे आकर्षक जगह जैसे बालकनी, स्टडी रूम या बैठक को सजाकर रखें।
  • घर के बाहरी हिस्से को नजरअंदाज न करें। लॉन की कटाई करवाएं, बगीचे की सफाई कराएं और एंट्रेंस गेट पर कुछ पौधे लगाएं।
  • घर की बालकनी साफ, सुंदर और हरी-भरी रखें।
  • घर में लाइटिंग का विशेष ध्यान दें। शाम के समय अगर कोई घर को देखे तो लैंप, बल्ब आदि की रौशनी आकर्षक लगनी चाहिए।

सवाल- क्या घर की तस्वीरें और वीडियो डालने से सेलिंग पर फर्क पड़ता है?

जवाब- घर से जुड़ी फैक्चुअल जानकारियों के अलावा इस बात से काफी फर्क पड़ता है कि आपकी प्रॉपर्टी की कैसे तस्वीरें और वीडियो प्रॉपर्टी वेबसाइट पर मौजूद हैं। पहला इंप्रेशन वहीं से मिलता है।

नीचे दिए ग्राफिक में देखिए कि घर की किन जगहों की फोटो-वीडियो डालना चाहिए-

सवाल- घर बेचते वक्त किन डॉक्यूमेंट्स की जरूरत होती है?

जवाब- घर बेचने से पहले मकान के सभी जरूरी दस्तावेज एक फाइल में कलेक्ट कर लें। जैसेेकि-

-पर्चेज डीड: यह आपकी प्रॉपर्टी की ओनरशिप का प्रमाणपत्र है।

-घर का रजिस्ट्रेशन: अगर घर रजिस्टर्ड है तो उससे जुड़े सभी डॉक्यूमेंट्स और पेपर वर्क की फोटो कॉपी साथ रखें।

-जरूरी रसीदें: घर के रख-रखाव से संबंधित सभी भुगतान की रसीदें।

-एनओसी: अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) बहुत जरूरी है।

-जरूरी डॉक्यूमेंट: पर्चेज कॉन्ट्रैक्ट, प्रॉपर्टी सर्वे, टैक्स रिकॉर्ड, होम इंश्योरेंस, होम इंस्पेक्शन रिपोर्ट, वॉटर, इलेक्ट्रिसिटी बिल रिकॉर्ड वगैरह।

-कानूनी और वित्तीय जानकारी- घर से जुड़े सभी लीगल और फाइनेंशियल पेपर्स क्लीयर रखें। सारी जानकारी प्रॉपर्टी एजेंट और खरीदार को भी दें। अगर प्रॉपर्टी को लेकर कोई डिस्प्यूट है, कोई लीगल केस है, होम लोन है या बकाया भुगतान है तो इन तथ्यों को छिपाएं नहीं। स्मार्ट बनना भारी भी पड़ सकता है।

खबरें और भी हैं…

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Post