19 मिनट पहलेलेखक: शैली आचार्य
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भारतीय खाना मसालों के बिना अधूरा है। दाल में तड़का लगाना हो तो मसाले का उपयोग किया जाता है, सब्जी बनानी हो तो राई-जीरे से लेकर गरम मसाला तक डाला जाता है। वहीं बिरयानी बनानी हो तो ऐसा हो ही नहीं सकता कि प्याज-लहसुन और खड़े मसालों के बिना काम चल जाए।
लेकिन ये मसाले और जड़ी-बूटियां खाने को सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं बनाते, बल्कि सेहत को भी दुरुस्त रखते हैं। क्या आप जानते हैं कि आपका किचन दरअसल एक ‘मेडिसिन की दुकान’ है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक स्टडी के मुताबिक, मसाले न केवल भोजन और पेय पदार्थों का स्वाद, सुगंध और रंग बढ़ाते हैं, बल्कि ये कई बीमारियों से भी बचाव करते हैं। मसालों और जड़ी-बूटियों में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, कैंसररोधी और शुगर व कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाले गुण पाए जाते हैं।
तो आज ‘जरूरत की खबर’ में हम बात करेंगे रसोई में मिलने वाले ऐसे ही कुछ मसालों की, जो कई बीमारियों को दूर रखने के लिए रामबाण हैं।

लौंग- लौंग को सेहत के लिए वरदान माना गया है। सामान्य तौर पर इसका उपयोग गरम मसाले, बिरयानी, अचार वगैरह में होता है। लेकिन यह एक औषधि भी है, जो हमें कई बीमारियों से बचाती है।

लौंग करती इन बीमारियों से बचाव
- लौंग में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। इसका सेवन किसी संक्रमण से बचाव में, पाचन दुरुस्त रखने में और सर्दी-खांसी-जुखाम को ठीक करने में मददगार है।
- लौंग लिवर की लिए भी अच्छी है। लेकिन इसका जरूरत से ज्यादा सेवन नुकसानदेह भी हो सकता है।
- इसमें एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जो बैक्टीरिया से हमारी रक्षा करते हैं।
- लौंग से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
- ये पेट के छालों को दूर करने में भी मदद करती है।
क्या कहती है साइंस रिसर्च
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, पेट फूलना, जी मिचलाना, लिवर और पेट की समस्याओं से निजात पाने के लिए लौंग एक कारगर औषधि के रूप में काम करती है।
इलायची
खाने-पीने की डिश हो या मिठाई, उसमें खुशबू लाने के लिए इलायची का उपयोग किया जाता है। लेकिन इलायची सिर्फ स्वाद ही नहीं बढ़ाती है। ये सेहत के लिए भी अमृत समान है।

इलायची करती इन बीमारियों से बचाव
- इलायची में ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो पाचन को दुरुस्त रखते हैं और पेट की जलन को कम करते हैं। इससे एसिडिटी, अपच जैसी समस्याओं में आराम मिलता है।
- मुंह से दुर्गंध आती है तो इलायची चबाना एक अच्छा उपाय है। इसके अलावा मुंह के घावों को ठीक करने के लिए भी इलायची को इस्तेमाल किया जाता है।
- इलायची में मौजूद पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज पदार्थ ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं।
- इलायची स्ट्रेस या डिप्रेशन में भी मददगार है ।
क्या कहती है रिसर्च
- रिसर्चगेट की एक स्टडी के मुताबिक, इलायची पेट से जुड़ी समस्याओं से निजात दिलाती है।
- नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में इलायची बहुत प्रभावी है। लेकिन इसका जरूरत से ज्यादा मात्रा में सेवन नुकसानदायक हो सकता है।
हल्दी
हल्दी एक जड़ी-बूटी है। इसका इस्तेमाल मसालों के रुप में दशकों से किया जा रहा है। हिंदू धर्म में, पूजा में या कोई भी शुभ काम करते समय हल्दी का उपयोग जरूर किया जाता है। खाने के अलावा यह कई तरह की बीमारियों से बचाव भी करती है। इस समय पूरी दुनिया में हल्दी के गुणों पर रिसर्च हो रही है और कुछ रिसर्च आयुर्वेद में बताए गुणों की पुष्टि करते हैं।

हल्दी करती इन बीमारियों से बचाव
- यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है और इसका सेवन चोट के असर को कम करने में मदद करता है।
- यह ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद कर सकती है।
- यह सूजन को कम करती है। खुजली, दाद के अलावा चर्म रोग में भी हल्दी का प्रयोग फायदेमंद है।
- हल्दी की तासीर गर्म होने की वजह से जुकाम में इसका सेवन करना फायदेमंद है।
- हल्दी शरीर की इम्युनिटी बढ़ाती है, जिससे तमाम तरह की संक्रामक बीमारियों से बचाव किया जा सकता है।
क्या कहती है साइंस रिसर्च
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, हल्दी एक बायोएक्टिव पदार्थ है, जो शरीर की सूजन को कम करने में मदद करता है।
जीरा
आयुर्वेद में जीरे को एक बहुत ही फायदेमंद औषधि बताया गया है और यह भी कि कैसे जीरे का सेवन कई रोगों से बचाव करता है।

जीरा करता इन बीमारियों से बचाव
- पाचन को दुरुस्त रखता है। खट्टी डकारों से राहत दिलाता है।
- मुंह की दुर्गंध को हाटाता है और एसिडिटी को दूर करता है।
- सर्दी-जुखाम में भी जीरे का इस्तेमाल किया जाता है।
- पेट में कीड़े हो जाने पर जीरा फायदेमंद होता है।
- दांतों में दर्द होने पर काले जीरे का काढ़ा बनाकर कुल्ला करने से राहत मिलती है।
क्या कहती है साइंस रिसर्च
- साइंस डायरेक्ट में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, जीरा कब्ज-गैस, पेट फूलने जैसी समस्याओं में फायदेमंद है।
तुलसी
तुलसी एक औषधीय पौधा है, जिसमें विटामिन और खनिज प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। यह रोगों को दूर करने और शारीरिक शक्ति बढ़ाने वाले गुणों से भरपूर है।

तुलसी के पत्ते और बीज करते इन बीमारियों से बचाव
- तुलसी के रोजाना सेवन से मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ती है और याददाश्त तेज होती है।
- सर्दी-खांसी में भी तुलसी फायदेमंद है। इसका काढ़ा पीने से गले की खराश दूर होती है।
- पथरी की समस्या होने पर तुलसी का सेवन फायदेमंद माना गया है।
- तुलसी पत्तों की तरह इसके बीज के फायदे भी अनगिनत हैं। आयुर्वेद में भी तुलसी के बीज और पत्तियों के चूर्ण का सेवन करने की सलाह दी गई है। इन पत्तियों से कफ-वात दोष दूर करने, पाचन शक्ति एवं भूख बढ़ाने में मदद मिलती है।
- तुलसी के पत्ते बुखार, पेट दर्द, मलेरिया और बैक्टीरियल संक्रमण आदि के इलाज में बहुत फायदेमंद हैं।
- तुलसी की पत्तियां अस्थमा के मरीजों और सूखी खांसी से पीड़ित लोगों के लिए भी गुणकारी हैं।
क्या कहती है साइंस रिसर्च
- नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक आयुर्वेद में रेकमंड की गई सभी जड़ी-बूटियों में तुलसी सेहत के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद है।
दालचीनी
दालचीनी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। इसका सेवन करने से सूजन कम होती है।

दालचीनी करती इन बीमारियों से बचाव
- दालचीनी का उपयोग उल्टी रोकने के लिए भी किया जाता है।
- अगर आप सिर दर्द से परेशान हैं तो दालचीनी खाने से आराम मिलेगा।
- खांसी के लिए दालचीनी का प्रयोग फायदेमंद है।
क्या कहती है साइंस रिसर्च
- नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, पार्किंसंस और मधुमेह के इलाज में दालचीनी काफी प्रभावी है।
मेथी
मेथी का स्वाद तेज, मीठा और कुछ हद तक कड़वा होता है। इसका उपयोग मसाले के रूप में उपयोग किया जाता है। इसे कच्चा या पकाकर भी खाया जा सकता है।

मेथी करती इन बीमारियों से बचाव
- इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं।
- इसमें लिवर प्रोटेक्शन गुण भी होते हैं।
- यह सूजन को कम करने में मदद करती है।
- इसमें एंटी-अल्सर और एंटी-कैंसर गुण होते हैं।
क्या कहती है साइंस रिसर्च
साइंस डायरेक्ट में पब्लिश स्टडी के मुताबिक, मेथी डायबिटीज के इलाज में काफी उपयोगी है। इसके सेवन से इंसुलिन रेजिस्टेंस में सुधार होता है।
अजवाइन
अजवाइन फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट्स और अन्य खनिजों से भरपूर होने के कारण पौष्टिक और औषधीय गुणों से भरपूर है।

अजवाइन करती इन बीमारियों से बचाव
- अजवाइन में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो वजन कम करने में भी मददगार हैं।
- अजवाइन पाचन में भी सुधार करती है और कब्ज, एसिडिटी, गैस जैसी समस्याओं को दूर करने और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है।
- अजवाइन में ब्रोंको-डाइलेटिंग प्रभाव होता है। यह फेफड़े की ब्रोन्कियल नलियों को फैलने में मदद करता है, जिससे हल्के अस्थमा में राहत मिलती है।
- अजवाइन में एंटीबायोटिक गुण होते हैं और यह जलन व सूजन में फायदेमंद होती है।
क्या कहती है साइंस रिसर्च
रिसर्चगेट में पब्लिश हुई एक स्टडी के मुताबिक, अजवाइन दिमाग के लिए फायदेमंद मानी गई है। रिसर्च में अजवाइन के बीजों में एंटीसेप्टिक और एंटीवायरल गुण पाए गए हैं।
लहसुन
लहसुन सब्जी का स्वाद बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है। इससे अचार और चटनी भी बनाई जाती है, लेकिन सबसे बड़ी बात है कि ये हमारी इम्युनिटी बढ़ाता है और फ्री रेडिकल्स से हमारी रक्षा करता है।

लहसुन करता इन बीमारियों से बचाव
- लहसुन इम्युनिटी बढ़ाता है और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है।
- ये कैंसर और पेप्टिक अल्सर से भी बचाता है।
- यूटीआई (यूरिन इंफेक्शन) से लड़ने में और गुर्दे (किडनी) की सेहत में सुधार करने में मदद करता है।
क्या कहती है साइंस रिसर्च
- साइंस डायरेक्ट में 2016 में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, सुबह खाली पेट एक लहसुन खाना हार्ट हेल्थ के लिए अच्छा है। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
- नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में 2020 में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, यह हाई ब्लड प्रेशर कम करने में कारगर है।
अदरक
अदरक का इस्तेमाल ज्यादातर चाय, सब्जी में किया जाता है। लेकिन यह कई सीजनल बीमारियों को दूर करने की सबसे असरदार जड़ी-बूटी है।

अदरक करता इन बीमारियों से बचाव
- अदरक सर्दी-खांसी और संक्रमण का रामबाण इलाज है।
- यह कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में सक्षम है।
- मधुमेह में लाभदायक है।
- हाई शुगर लेवल को कंट्रोल करता है।
अदरक पर की गई साइंस रिसर्च कहती है
- ऑस्ट्रेलिया की ‘द यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी, की एक स्टडी के मुताबिक, अदरक टाइप-2 डायबिटीज में असरदार माना गया है। अदरक के तत्व ग्लूकोज को कोशिकाओं तक पहुंचाने की प्रक्रिया को और बेहतर बनाने में मदद करते हैं।