कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के बाहर बुधवार को प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हुई भीड़ उग्र हो गई. गुस्साई भीड़ अस्पताल परिसर में घुस गई और गाड़ियों में तोड़फोड़ की. बता दें कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में हुए महिला डॉक्टर रेप-मर्डर केस की जांच सीबीआई कर रही है. आरजी कर अस्पताल के बाहर हंगामे से जुड़े लाइव अपडेट्स आप यहां देख सकते हैं:
-अस्पताल में तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या कम थी जिसके कारण वह उग्र भीड़ को नियंत्रित नहीं कर सकी. पुलिस ने भीड़ को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. जानकारी के मुताबिक कई लोग घायल हुए हैं.
-भीड़ अस्पताल के भीतर घुस गई और इमरजेंसी वॉर्ड में तोड़फोड़ की. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड तोड़ दिए. पुलिस वाहनों के साथ भी तोड़फोड़ की गई और उनके शीशे तोड़ दिए गए.
-प्रदर्शनकारियों ने अस्पताल परिसर में खड़ी गाड़ियों के साथ तोड़फोड़ की. कोलकाता में लेडी डॉक्टर के साथ हुई वीभत्स घटना के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. बुधवार रात दिल्ली AIIMS के बाहर भी प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए और न्याय की मांग की.
-जानकारी के मुताबिक बड़ी संख्या में लोग अस्पताल के बाहर प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए थे. भीड़ उग्र हो गई और बैरिकेडिंग को तोड़कर भीतर घुस गई. भीड़ अस्पताल में तैनात पुलिस टीम पर हावी हो गई.
-कोलकाता से सामने आए वीडियो में आरजी कर अस्पताल के बाहर प्रदर्शनकारियों का हुजूम नजर आ रहा है. लोगों को ‘We want Justice’ के नारे लगाते हुए भी सुना जा सकता है.
क्या है पूरी घटना?
घटना 8-9 अगस्त की रात की है, जब कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज से ट्रेनी डॉक्टर की लाश मिली थी. इस डॉक्टर की उम्र 31 वर्ष थी, जो उस दिन तीन और डॉक्टर्स के साथ नाइट ड्यूटी पर थी. इनमें दो डॉक्टर चेस्ट मेडिसिन डिपार्टमेंट थे, एक ट्रेनी थी. एक कर्मचारी अस्पताल के हाउस स्टाफ से था. उस रात को इन सभी डॉक्टर्स और कर्मचारियों ने साथ में खाना खाया था.
पुलिस का सिविक वांलटियर है आरोपी
इसके बाद महिला डॉक्टर रात को करीब दो बजे सोने के लिए अस्पताल के सेमिनार हॉल में चली गई. इसके बाद संजय रॉय पीछे के रास्ते से इस सेमिनार हॉल में आया और पहले उसने इस लड़की की निर्ममता से हत्या की और फिर उसका रेप किया. सबसे बड़ी बात ये है कि ये आरोपी ना तो अस्पताल के स्टाफ से था, ना ही किसी मरीज का कोई रिश्तेदार था. वो कोलकाता पुलिस के लिए सिविक वांलटियर का काम करता था.
अस्पताल के पीछे शराब पीने आया था संजय रॉय
इस मेडिकल कॉलेज में जब कोई पुलिसकर्मी भर्ती होता, तो वो उसकी दवाइयां लाने के लिए और उसकी दूसरी मदद के लिए सहायक के तौर पर मौजूद रहता था. लेकिन जिस दिन ये घटना हुई, उस दिन आरोपी किसी काम से अस्पताल नहीं आया था. उस दिन ये अस्पताल के पीछे वाले हिस्से में शराब पीने के लिए आया और इसने शराब पीने के बाद अपने मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो देखे थे. फिर वारदात को अंजाम दिया.
घर जाकर आरोपी ने धोए कपड़े
इसके बाद सुबह करीब 4.45 बजे उसे सेमिनार हॉल से बाहर निकले हुए देखा गया. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने सबूतों से छेड़छाड़ करने की कोशिश की थी. पुलिस को ऐसे सबूत मिले हैं जिनसे पता चलता है कि आरोपी ने घटनास्थल से खून के धब्बे धोने की कोशिश की थी. वापस घर जाने के बाद उसने अपने कपड़े भी धोए थे. आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा 64 (बलात्कार) और 103 (हत्या) के तहत केस दर्ज है. मामले की जांच अब सीबीआई के हाथों में है.