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Raksha Bandhan 2024; Brother Sister Relationship (Love, Security Equality) | रिलेशनशिप- बहनें अपने भाई से क्या चाहती हैं?: समझें बहनों का मनोविज्ञान और इस रक्षाबंधन उन्हें दें प्यार, सुरक्षा और बराबरी का तोहफा

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2 दिन पहले

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आज रक्षाबंधन है। भाई-बहन के रिश्ते का पर्व। इस दिन भाई अपनी बहन के लिए कोई गिफ्ट जरूरी खरीदते हैं। कुछ भाइयों के मन में परफेक्ट गिफ्ट के लिए उलझनें भी होती हैं।

लेकिन एक बहन को अपने भाई से क्या चाहिए होता है? आज मनोविज्ञान की मदद से भाई-बहन के रिश्ते और बहनों की चाहत को समझने की कोशिश करेंगे। साथ ही यह भी कि किस तरह भाई की तरफ से प्यार, सुरक्षा और बराबरी का तोहफा भाई-बहन दोनों की जिंदगी और उनके रिश्ते को बदल सकता है।

हर रिश्ते से अनमोल है भाई-बहन का रिश्ता

अमेरिका की पेन स्टेट यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च बताती है कि भाई-बहन का रिश्ता दोनों की जिंदगी पर सबसे ज्यादा असर डालता है। हेल्दी सिबलिंग रिलेशंस बच्चे की सेल्फ आइडेंटिटी और पर्सनैलिटी को प्रभावित करता है। एक स्वस्थ सिबलिंग रिलेशन आत्म-अभिव्यक्ति, व्यक्तिगत विकास, यूनीक इंटरेस्ट और प्रतिभाओं की खोज में भी मददगार साबित होता है।

आसान भाषा में समझें तो भाई और बहन एक-दूसरे की जिंदगी पर किसी भी दूसरे रिश्ते-नाते के मुकाबले ज्यादा असर डालते हैं। भाई या बहन के साथ मजबूत इमोशनल बॉन्डिंग हो तो ऐसे लोग इमोशनली स्ट्रांन्ग होते हैं। करियर, रिश्ते और पूरी जिंदगी में उनके आगे रहने की संभावना भी बढ़ जाती है।

बहनें अपने भाई से क्या चाहती हैं?

हमने स्टोरी की शुरुआत रक्षाबंधन के गिफ्ट से की थी। आजकल सोशल मीडिया पर तमाम ऐसे मीम्स शेयर किए जा रहे हैं, जिसमें बहनें रक्षाबंधन के गिफ्ट के लिए भाइयों के पीछे पड़ी हैं।

लेकिन क्या वाकई में ऐसा होता है? क्या बहनें अपने भाइयों से सिर्फ गिफ्ट आइटम्स चाहती हैं या कुछ और भी? सिबलिंग रिलेशंस पर लिखी अपनी किताब ‘फॉरएवर कनेक्टेड’ में राइटर जैकलिन स्टील बताती हैं कि बहन और भाई के बीच एक किस्म की इमोशनल बॉन्डिंग होती है। दोनों के लिए यह उनका पहला सोशल इंटरेक्शन होता है। यह रिश्ता मां-बाप के रिश्ते से अलग होता है।

भाई के लिए बहन के प्यार और उसके इमोशंस को सिर्फ गिफ्ट तक नहीं समेटा जा सकता है। बहनें स्नेह के बदले अपने भाई से भी उन्हीं चीजों की उम्मीद करती हैं।

इस रक्षाबंधन अपनी बहनों को दें प्यार, सुरक्षा और बराबरी का तोहफा

अपनी किताब में जैकलिन स्टील बताती हैं कि बहनों की भावनात्मक जरूरतों को भावनाओं की जरिए ही पूरा किया जा सकता है। इसके लिए भाई उन्हें प्यार, सुरक्षा और बराबरी का गिफ्ट दे सकते हैं।

भाई-बहन के रिश्ते की बुनियाद है प्यार और सम्मान

सबसे पहले इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि भाई-बहन के रिश्ते की बुनियाद प्यार और सम्मान है। बहन छोटी हो या बड़ी या फिर हम उम्र, उसे निगरानी में लेने या उस पर धौंस जमाने की सोच रिश्ते को कमजोर कर सकती है।

बहनों के साथ हमेशा प्यार से पेश आना और उनकी भावनाओं, जरूरतों को समझते हुए मदद की कोशिश उनकी जिंदगी और भाई-बहन के रिश्ते में पॉजिटिव बदलाव लेकर आ सकती है।

भाई की सुरक्षा मिले तो दुनिया से लड़ सकती है बहनें

आसपास का महौल और सोसाइटी का महिलाओं के प्रति क्या रवैया है, यह कोई दबी-छिपी बात नहीं है। इस परिवेश में हर तरह से महिलाओं को पीछे रखने की कोशिश की जाती है। कई बार तो लड़कियां खुद तंग आकर घर बैठना स्वीकार कर लेती हैं।

लेकिन इस स्थिति में अगर भाई का साथ मिले तो बहनें दुनिया के सामने मजबूती से लड़ पाती हैं। उनके आगे जाने की संभावना भी बढ़ जाती है। वह अपने करियर और ओवरऑल जिंदगी में बेहतर प्रदर्शन कर पाती हैं।

यहां इस बात का ध्यान रखना भी जरूरी है कि सुरक्षा का मतलब यह नहीं कि भाई अपनी बहनों की आवाजाही पर बंदिशें लगा दें या उनके सोशल सर्किल पर निगरानी रखना शुरू कर दें। सुरक्षा का सीधा मतलब यह है कि बहनों को हर कदम पर इस बात का अहसास हो कि मेरा भाई मेरे साथ खड़ा है।

भाई की तरफ से मिलने वाली सुरक्षा और साथ का भरोसा बहनों को बड़ी से बड़ी चुनौती से लड़ने का साहस देता है।

बराबरी के बिना भाई-बहन का रिश्ता होगा कमजोर

भारतीय परिवारों में बेटे को बेटियों के मुकाबले तरजीह देने की परंपरा रही है। यह सोच कई बार भाई-बहन के रिश्ते में भी दिखने लगती है।

लेकिन इसकी वजह से सिबलिंग बॉन्ड कमजोर होता है। यहां इस बात का ध्यान रखनी की जरूरत है कि बराबरी किसी भी रिश्ते की बुनियाद होती है। बिना बराबरी के रिश्ता निभाया नहीं बल्कि सिर्फ ढोया जा सकता है।

ऐसे में इस रक्षाबंधन बहनों को बराबरी का तोहफा देकर अपनी सिबलिंग बॉन्डिंग मजबूत की जा सकती है। भाई अपनी तरफ से बहनों को बराबरी का दर्जा दें। उनके लिए वही चीजें करें, जो वे खुद के लिए उम्मीद करतें हैं। उनके और खुद के लिए समान सामाजिक पैमाने अपनाएं।

ऐसी स्थिति में भाई-बहन के बीच ऐसी सिबलिंग बॉन्ड बनेगी, जो दोनों के लिए फायदेमंद होगी।

बहनों का मन अपने भाई से प्यार, सुरक्षा और बराबरी की उम्मीद करता है। हालांकि इसका मतलब यह नहीं कि उन्हें दुनियावी गिफ्ट की जरूरत नहीं है। दरअसल, गिफ्ट आइटम्स इस प्यार, सुरक्षा और बराबरी को दिखाने का जरिया है। ऐसे में अपनी बहनों के लिए कोई ऐसा गिफ्ट खरीदें, जिससे उन्हें प्यार, सुरक्षा और बराबरी का एहसास हो। साथ ही साथ अपने व्यवहार से भी बहनों को यह एहसास दिलाते रहें।

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