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UPI Circle Features Benefits Explained; Bank Transactions | Digital Payment | जरूरत की खबर-5 लोग कर सकेंगे एक UPI का इस्तेमाल: आया नया फीचर UPI सर्किल, बिना बैंक अकाउंट के चलेगा UPI

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12 मिनट पहलेलेखक: संदीप सिंह

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भारत में डिजिटल पेमेंट ट्रांजैक्शन का चलन तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसकी बड़ी वजहों में से एक है UPI यानी यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस। UPI की मदद से घर बैठे आसानी से एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए जा सकते हैं।

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) यूजर एक्सपीरियंस को बेहद आसान और सरल बनाने के लिए UPI में लगातार नए बदलाव कर रहा है।

हाल ही में NPCI ने यूजर्स की सुविधा के लिए UPI में एक नया फीचर ‘UPI सर्किल’ जोड़ा है। इस फीचर के आने से वो लोग भी UPI का इस्तेमाल कर सकेंगे, जिनका बैंक अकाउंट UPI से अटैच नहीं है।

इसलिए आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि UPI सर्किल क्या है? साथ ही जानेंगे कि-

  • UPI सर्किल का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं?
  • UPI सर्किल से यूजर्स को क्या फायदा है?

सवाल- UPI सर्किल क्या है?

जवाब- UPI सर्किल एक ऐसा फीचर है, जिसके जरिए यूजर्स बिना बैंक अकाउंट के भी UPI से पेमेंट कर सकते हैं। जो लोग ऑनलाइन बैंकिंग सर्विसेज का इस्तेमाल नहीं करते हैं, उनके लिए यह फीचर बेहद उपयोगी होगा। इसके लिए यूजर को केवल एक मोबाइल नंबर और OTP की जरूरत होगी।

इस फीचर के आने से परिवार के सदस्यों, दोस्तों या विश्वसनीय लोगों को फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन की सुविधा मिलेगी।

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्टिवल (GFF), 2024 में इसे लॉन्च किया है। लॉन्चिग के समय गवर्नर दास ने कहा कि दो लोगों को एक ही बैंक अकाउंट से पेमेंट करने की अनुमति देने से डिजिटल पेमेंट के इस्तेमाल में और बढ़ोत्तरी होगी।

सवाल- UPI सर्किल फीचर कैसे काम करता है?

जवाब- UPI सर्किल में दो तरह के यूजर्स होते हैं। पहला प्राइमरी यूजर और दूसरा सेकेंडरी यूजर।

जैसे अगर आपकी UPI ID है तो आप उसके प्राइमरी यूजर होंगे और जिसे आपके द्वारा UPI सर्किल में जोड़ा जाएगा, वह सेकेंडरी यूजर होगा। इस यूजर के पास भी आपके UPI से डिजिटल पेमेंट करने की सुविधा होगी।

प्राइमरी यूजर के द्वारा ही UPI सर्किल की शुरुआत की जाएगी। प्राइमरी यूजर ही सेकेंडरी यूजर्स को यह पॉवर देता है कि वह उसके UPI अकाउंट के जरिए ट्रांजैक्शन कर सकता है। हालांकि सेकेंडरी यूजर को पार्शियल (आंशिक) या फुल UPI पेमेंट की परमिशन होगी। लेकिन यह प्राइमरी यूजर ही तय करेगा कि उसे सेकेंडरी यूजर को कौन सा राइट देना है। इसे ऐसे समझ सकते हैं कि मान लीजिए कोई व्यक्ति UPI का प्राइमरी यूजर है। अब वह अपनी पत्नी या बेटे को सेकेंडरी यूजर का अधिकार देता है तो पिता की आईडी से पत्नी और बच्चे भी एक निश्चित सीमा के भीतर डिजिटल ट्रांजैक्शन कर सकेंगे।

सवाल- UPI सर्किल फीचर आने से किस तरह के फायदे होंगे?

जवाब- RBI को उम्मीद है कि UPI सर्किल डिजिटल पेमेंट की दुनिया में एक नई क्रांति लाने का काम कर सकता है क्योंकि UPI सर्किल के शुरू होने से बैंक अकाउंट न होने पर भी UPI का इस्तेमाल संभव हो गया है। NPCI के ताजा आंकड़े बताते हैं कि भारत में जुलाई, 2024 में UPI के जरिए 1,443 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए। इन ट्रांजैक्शन के जरिए कुल 20.64 लाख करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की गई।

आइए, UPI सर्किल के इन फायदों को विस्तार से समझते हैं।

  • UPI सर्किल के जरिए उन लोगों को काफी सुविधा मिलेगी, जो अपने डिजिटल ट्रांजैक्शन की निगरानी करना करना चाहते हैं। माता-पिता अपने बच्चों को सेकेंडरी यूजर बना सकते हैं, जिससे वे उनके खर्चों की निगरानी कर सकते हैं।
  • UPI सर्किल से यूजर्स अपने अकाउंट को मैनेज कर सकते हैं। इससे किसी तरह का कॉन्फ्लिक्ट नहीं रहेगा। जैसे आप अपने नाबालिग बच्चों या बुजुर्ग माता-पिता के अकाउंट को मैनेज कर सकते हैं।
  • इसमें एक ही अकाउंट से 5 लोग बिल पेमेंट कर सकते हैं। यह उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है, जो कोई स्टार्टअप या कंपनी चला रहे हैं और उसके एक अकाउंट से बिल पेमेंट करने वाले मल्टीपल लोग हैं। UPI सर्किल से पेमेंट की डिटेल्स का सारा रिकॉर्ड एक ही जगह रहेगा।
  • UPI सर्किल में एक-दूसरे को ट्रांजैक्शन या खर्चों के लिए पैसे भेजने की जरूरत नहीं है। इसलिए इससे समय की भी बचत होगी।
  • इस फीचर के इस्तेमाल से नाबालिग या बुजुर्गों को पर्सनल अकाउंट्स की जरूरत नहीं होगी। वह अपनी जरूरतों के मुताबिक UPI सर्किल के जरिए खर्च कर सकते हैं।
  • यह पहल विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में UPI पेमेंट को और मजबूत बनाएगी, जहां फाइंनेशियल ट्रांजैक्शन को लेकर लोगों में जानकारी का अभाव है।
  • सिक्योरिटी के नजरिए से UPI सर्किल पूरी तरह से सुरक्षित है। अपने डिजिटल ट्रांजैक्शन को ट्रैक करने के लिए भी यह फीचर एक माध्यम बन सकता है।
  • इसके साथ ही यह एक फ्लेक्सबिलिटी भी देता है। प्राइमरी यूजर अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी किसी को भी जोड़ सकता है या हटा सकता है।

UPI सर्किल के फायदे तो बहुत ज्यादा हैं, लेकिन इसके कुछ संभावित नुकसान भी हो सकते हैं। जैसेकि-

  • इसमें सेकेंडरी यूजर पूरी तरह से प्राइमरी यूजर पर निर्भर है। प्राइमरी यूजर जब चाहे उसे हटा सकता है।
  • सीमित पेमेंट होने की वजह से सेकेंडरी यूजर कोई बड़ा ट्रांजैक्शन नहीं कर सकता है।
  • पार्शियल डेलिगेशन राइट वाले सेकेंडरी यूजर को हर बाद ट्रांजैक्शन से पहले प्राइमरी यूजर से परमिशन लेगी होगी। इससे कई बार समय लग सकता है।

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