Clinically Bharat

We Can Cover You

Women

Women Safety Apps List; 112 India Bsafe | Shake2safety Feature Explained | जरूरत की खबर- महिला सुरक्षा से जुड़े 6 जरूरी ऐप: अपने फोन में जरूर रखें, इमरजेंसी यूज करना सीखें, जानें इससे जुड़े जरूरी फीचर

Email :35

3 मिनट पहलेलेखक: संदीप सिंह

  • कॉपी लिंक

निर्भया केस के बाद महिलाओं सुरक्षा से जुड़े नए कड़े कानून बनाए गए। उम्मीद थी कि इससे जमीनी स्थिति में थोड़ा बदलाव आएगा, लेकिन हुआ इसका ठीक उलटा।

महिलाओं की सुरक्षा हमेशा से ही चिंता का विषय रहा है, लेकिन अब यह चिंता वक्त के साथ और बढ़ती जा रही है। हिंसा की ये घटनाएं किसी एक राज्य, शहर, कस्बे या देश तक सीमित नहीं हैं। महिलाओं के साथ बलात्कार, एसिड अटैक, हिंसा और उत्पीड़न की घटनाएं दुनियाभर से सुनने को मिलती हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट के मुताबिक हर 3 में से एक महिला अपने जीवनकाल में कभी-न-कभी फिजिकल या सेक्शुअल वॉयलेंस का शिकार होती है।

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़े भी यही बताते हैं कि भारत में हर घंटे महिलाओं के खिलाफ अपराध के 51 मामले दर्ज होते हैं।

इन आपराधिक घटनाओं से बचने के लिए महिलाओं में जागरूकता भी बहुत जरूरी है। इसके लिए सबसे अच्छा हथियार है आपका स्मार्टफोन। आज स्मार्टफोन में कुछ ऐसे वुमन सेफ्टी एप्लिकेशन आते हैं, जिनकी मदद से महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध में कमी लाई जा सकती है। खास बात यह है कि अधिकांश वुमन सेफ्टी ऐप बिल्कुल फ्री हैं।

इसलिए आज जरूरत की खबर में बात वुमन सेफ्टी एप्लिकेशन की। साथ ही जानेंगे कि-

  • हर महिला के स्मार्टफोन में कौन से ऐप्स जरूर होने चाहिए?
  • मोबाइल ऐप्स वुमन सेफ्टी के लिए कैसे मददगार हैं?

एक्सपर्ट: राहुल मिश्रा, साइबर सिक्योरिटी एडवाइजर (उत्तर प्रदेश पुलिस)

सवाल- हर महिला के स्मार्टफोन में वुमन सेफ्टी ऐप्स होने क्यों जरूरी हैं?

जवाब- वुमन सेफ्टी ऐप्स का महिलाएं किसी भी मुसीबत के समय इस्तेमाल कर सकती हैं। ये ऐप्स केवल एक बटन पर तत्काल मदद पहुंचाने का भरोसा देते हैं। विशेषकर छात्राओं और वर्किंग वुमन के लिए ये सेफ्टी ऐप्स बेहद जरूरी हैं क्योंकि उन्हें कई बार अकेले ट्रैवल करना पड़ता है।

अधिकांश वुमन सेफ्टी ऐप्स में SOS यानी Save Our Souls का ऑप्शन होता है। यह एक प्रकार का कॉल है, जो आपके डिवाइस से सभी इमरजेंसी नंबर्स पर कॉल करता है।

नीचे दिए ग्राफिक से समझिए कि वुमन सेफ्टी ऐप्स के इस्तेमाल से किस तरह के फायदे हैं।

सवाल- मुसीबत के समय इमरजेंसी में ऐप खोलने का टाइम कहां होता है। ऐसे में क्या ये ऐप सचमुच उपयोगी हो सकते हैं?

जवाब- इन सेफ्टी ऐप्स को इसी सोच के साथ डिजाइन किया गया है कि जब कोई महिला मुसीबत में हो तो जाहिर है, उसके पास फोन खोलने, ऐप में जाने, अलर्ट भेजने का टाइम नहीं होगा। ये भी हो सकता है कि कई बार फोन नेटवर्क एरिया में न हो, उस इलाके में इंटरनेट न हो या फोन स्विच ऑफ हो गया हो।

लेकिन ये सेफ्टी ऐप्स इन सबके बावजूद काम करते हैं। नीचे ग्राफिक में देखिए कि इस ऐप्स के फीचर्स कैसे काम करते हैं।

सवाल- वो कौन से वुमन सेफ्टी ऐप्स हैं, जो हर महिला को अपने स्मार्टफोन में रखने चाहिए?

जवाब- वर्तमान में बहुत सारे वुमन सेफ्टी ऐप्स मौजूद हैं, जो जरूरत पड़ने पर इमरजेंसी अलर्ट कर सकते हैं। इन ऐप्स में मल्टीपल लोकेशन शेयरिंग का विकल्प होता है, जिसके जरिए घर से बाहर जाने पर आप अपने परिवारजनों और दोस्तों से अपनी लोकेशन शेयर कर सकते हैं।

नीचे दिए ग्राफिक से समझिए कि सेफ्टी के लिए महिलाओं को कौन से ऐप्स अपने मोबाइल में जरूर रखने चाहिए।

आइए, ग्राफिक में दिए ऐप्स के बारे में डिटेल्स में समझते हैं।

112 India (112 इंडिया)

  • भारत सरकार के इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम (ERSS) अभियान के तहत यह ऐप बनाया गया है, जो एक ऑल-इन-वन महिला सुरक्षा ऐप है।
  • इस ऐप से किसी आपात स्थिति में केवल एक टैप करके SOS अलर्ट जारी किया जा सकता है।
  • अगर आप किसी मुसीबत में हैं तो सिर्फ एक नंबर यानी SOS नंबर डायर करने से सभी संबंधित सुरक्षा एजेंसियों और आपके परिवार को तत्काल अलर्ट पहुंच जाएगा।

bSafe (बी सेफ)-

  • महिलाओं को सुरक्षा देने और इसे सुनिश्चित करने के लिए यह एक बेहद जरूरी ऐप है।
  • यह ऐप हिंसा, यौन उत्पीड़न और बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों की स्थिति में सबूत इकट्ठे करने में मदद करता है।
  • इस ऐप में बहुत सारे यूनीक फीचर्स हैं, जैसेकि वॉयस एक्टिवेशन, लाइव स्ट्रीमिंग, ऑडियो/वीडियो रिकॉर्डिंग और लोकेशन ट्रैकिंग।
  • इस ऐप में एक SOS बटन होता है। इसे दबाने से इमरजेंसी कॉन्टैक्ट नंबर्स को SMS के जरिए तुरंत आपकी लाइव लोकेशन शेयर हो जाती है।
  • इतना ही नहीं, लाइव लोकेशन शेयर होते ही अपने आप ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग शुरू हो जाती है, जिसे दूर बैठे आपके दोस्त या परिजन देख या सुन सकते हैं।

My Safetipin (माय सेफ्टीपिन)-

  • ये ऐप हर वक्त आपको यह बता रहा होता है कि आप जिस जगह पर हैं, वह सुरक्षित है या नहीं।
  • ऐप में हर जगह की एक रेटिंग होती है। ऐप आपको लगातार नोटिफिकेशन दे रहा होता है कि आप सुरक्षित जगह पर हैं या नहीं।
  • अगर आप किसी ऐसी जगह पर हैं, जो असुरक्षित है तो आपके ऐप में रजिस्टर्ड सभी नंबरों पर ऑटोमेटिक एक मैसेज चला जाता है।
  • इस ऐप के जरिए नजदीकी बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, पुलिस स्टेशन और हॉस्पिटल की लोकेशन भी आसानी से पता चल जाती है।

Shake2Safety (शेक टू सेफ्टी)-

  • इस ऐप का इंटरफेस बहुत ही यूजर फ्रेंडली है।
  • इसका इस्तेमाल किसी दुर्घटना, उत्पीड़न, चोरी या किसी प्राकृतिक आपदा के दौरान किया जा सकता है।
  • इसके लिए आपको बस फोन को हिलाना है या पावर बटन को लगातार चार बार दबाना है। ऐसा करते ही ऐप आपके द्वारा रजिस्टर किए गए नंबरों पर एक SOS टेक्सट या कॉल अलर्ट भेज देगा।
  • खास बात यह है कि इस ऐप का इस्तेमाल करने के लिए आपको इंटरनेट की जरूरत नहीं पड़ती है। ये ऐप लॉक स्क्रीन के साथ भी काम करता है।

Smart24*7 (स्मार्ट 24*7)-

  • यह ऐप परेशानी में फंसे यूजर को अपने दोस्तों या रिश्तेदारों के साथ बातचीत करने की सुविधा देता है। साथ ही 24 घंटे कस्टमर सर्विस सेंटर से तुरंत मदद मांग सकते हैं।
  • यह एप्पल के ऐप स्टोर और गूगल के प्ले स्टोर पर उपलब्ध है।
  • इसके जरिए यूजर अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को इमरजेंसी अलर्ट भेज सकते हैं।

रक्षा ऐप-

  • यह ऐप यूजर के किसी परेशानी में होने पर परिवारजनों को उसकी करंट लोकेशन और अलर्ट भेजता है।
  • इस ऐप में खास बात यह है कि अगर फोन स्विच ऑफ हो या नॉन-ऑपरेटिव मोड में हो, तब भी यूजर अपने दोस्तों या परिजनों को अलर्ट कर सकता है।
  • इसके लिए केवल तीन सेकेंड के लिए वॉल्यूम वाले बटन को दबाना है।
  • रक्षा ऐप में भी SOS फंक्शन होता है, जो डेटा या इंटरनेट न होने पर भी SMS भेज सकता है।

अगर टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल किया जाए तो यह किसी वरदान से कम नहीं है। महिलाओं के साथ होने वाली आपराधिक घटनाओं को इन ऐप्स की मदद से काफी हद तक कम किया जा सकता है। अगर आप रात में अकेले किसी काम से घर से बाहर जाते हैं या किसी ऐसे एरिया में रहते हैं, जहां आए दिन आपराधिक घटनाएं होती हैं तो ये ऐप्स सिक्टोरिटी की दृष्टि से मददगार साबित हो सकते हैं।

खबरें और भी हैं…

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Post